
2025-03-02
यह वह जगह है, जिसका अधिकांश भाग महासागरों से घिरा हुआ है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि कोई ऐसा स्थान भी हो सकता है जो पूरी तरह से इंसानों की पहुंच से दूर हो? जिसे "महासागरीय दुर्गमता का ध्रुव" कहा जाता है। यह पृथ्वी पर सबसे अधिक अलग-थलग और निर्जन स्थानों में से एक है, जो दक्षिणी प्रशांत महासागर के बीच स्थित है। इसकी सबसे खास बात यह है कि यहां तक पहुंचना बेहद मुश्किल है, क्योंकि यह किसी भी भूमि से हजारों किलोमीटर दूर है। यहां तक कि यहां सबसे नजदीक मौजूद इंसान अंतरिक्ष में होते हैं, क्योंकि यह स्थान पृथ्वी के किसी भी स्थायी मानव बस्ती से इतना अधिक दूर है कि, अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) भी इसकी तुलना में पास है।
प्वाइंट निमो क्यों है इतना खास और वास्तव में कहां पर स्थित है?
प्वाइंट निमो को 1992 में कनाडाई सर्वेक्षक इंजीनियर ह्रवोजे लुकाटेला ने गणना के आधार पर खोजा था। उन्होंने जीपीएस तकनीक का उपयोग करके यह निर्धारित किया कि पृथ्वी पर वह कौन सा स्थान है, जो किसी भी अन्य भूमि क्षेत्र से सबसे दूर है।
इस स्थान की सटीक भौगोलिक स्थिति दक्षिणी प्रशांत महासागर में 48°52.6′S 123°23.6′W पर स्थित है। यह स्थान तीन प्रमुख भूभागों से लगभग समान दूरी पर स्थित है: उत्तर में: ड्यूसी द्वीप (पिटकेर्न द्वीप समूह, ब्रिटिश क्षेत्र), पूर्वोत्तर में: मोटू नुई (ईस्टर द्वीप, चिली), दक्षिण में: माहेर द्वीप (अंटार्कटिका) इन तीनों स्थलों से इसकी दूरी 2,688 किलोमीटर के आसपास है, जिसका मतलब है कि कोई भी इंसान आसानी से इस स्थान तक नहीं पहुंच सकता। इस क्षेत्र में समुद्री यातायात भी बहुत कम होता है, और यहाँ तक पहुंचने के लिए किसी जहाज को कई दिनों की यात्रा करनी पड़ती है।
प्वाइंट निमो: महासागर का वह स्थान जिसे अंतरिक्ष कब्रिस्तान कहा जाता है
प्वाइंट निमो को "स्पेसक्राफ्ट सेमेट्री" या "अंतरिक्ष कब्रिस्तान" भी कहा जाता है। इसका कारण यह है कि दुनिया की कई अंतरिक्ष एजेंसियाँ, जैसे नासा (NASA), यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA), और रूस की रोस्कोस्मोस (Roscosmos), अपने निष्क्रिय हो चुके उपग्रहों और स्पेस स्टेशनों को इस क्षेत्र में गिराकर नष्ट कर देती हैं। जब कोई उपग्रह या अंतरिक्ष यान अपने मिशन के अंत में पहुंचता है, तो उसे इस निर्जन क्षेत्र में गिराने का प्रयास किया जाता है ताकि वह किसी आबादी वाले क्षेत्र पर न गिरे और किसी भी प्रकार की क्षति न पहुंचाए।
1971 से लेकर अब तक 250 से अधिक उपग्रह और अंतरिक्ष यान प्वाइंट निमो में डुबोए जा चुके हैं। इनमें रूस का प्रसिद्ध "मीर स्पेस स्टेशन" भी शामिल है, जिसे 2001 में इस स्थान पर गिराया गया था। आने वाले वर्षों में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) को भी इसी स्थान पर गिराने की योजना बनाई गई है, क्योंकि 2030 के बाद इसे रिटायर किया जाना है।
इस स्थान को अंतरिक्ष मलबे के निपटान के लिए आदर्श माना जाता है क्योंकि:
प्वाइंट निमो और विज्ञान से जुड़ी कथाएं
प्वाइंट निमो न केवल वैज्ञानिक शोध के लिए बल्कि विज्ञान कथा प्रेमियों के लिए भी एक आकर्षण का केंद्र रहा है। इस स्थान का नाम प्रसिद्ध काल्पनिक नाविक कैप्टन निमो के नाम पर रखा गया है, जो जूल्स वर्ने के उपन्यास "ट्वेंटी थाउजेंड लीग्स अंडर द सी" (20,000 लिग्स अंडर द सी) के नायक थे।
सन् 1997 में, वैज्ञानिकों ने इस क्षेत्र में "Bloop" नामक एक रहस्यमयी ध्वनि रिकॉर्ड की थी। यह ध्वनि इतनी शक्तिशाली थी कि कुछ वैज्ञानिकों ने इसे किसी विशाल समुद्री जीव या एलियन गतिविधि से जोड़ दिया। हालांकि, बाद में यह स्पष्ट हुआ कि यह ध्वनि विशाल हिमखंडों के टूटने की वजह से उत्पन्न हुई थी।
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